Jyotish Shastra उनका होने वाला पति कैसा होगा – राशि चक्र में कई राशियों के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं, तो कई राशियों के स्वामी शुक्र हैं। दोनों विवाह के कारक होते हैं। गुरु लड़कियों की शादी के कारक होते हैं, तो शुक्र लड़कों की शादी के कारक होते हैं। जिस लड़की की कुंडली में गुरु मजबूत होता है। उसकी शादी शीघ्र हो जाती है। उसी प्रकार जिस लड़के की कुंडली में शुक्र मजबूत होता है। उस लड़के की शादी जल्द हो जाती है।
Jyotish Shastra उनका होने वाला पति कैसा होगा – वृष राशि के जातक भी प्रेम विवाह में अधिक विश्वास रखते हैं। अक्सर इनकी खूबियों को देखकर लोग इनकी तरफ आकर्षित हो जाते हैं। चाहे इनकी लव या अरेंज हो, दोनों ही स्थिति में रिश्ते को बखूबी निभाते हैं।आपकी राशि के अनुसार पूर्व और दक्षिण पूर्व दिशा आपके विवाह के लिए अनुकूल दिशा रहेगाी।
गुरुवार के दिन बृहस्पति देव की पूजा करने से जल्दी विवाह के योग बनते हैं। गुरुवार के दिन बृहस्पति देव की पूजा अवश्य करें। बृहस्पति देव को पीले रंग का वस्त्र, हल्दी, पीला फल, पीले फूल, चने की दाल और केला चढ़ाएं।
लड़की के विवाह में आ रही बाधा को दूर करने के लिए पांच नारियल शिवलिंग के आगे रख कर ‘ऊं श्रीं वर प्रदाय श्री नमः’ मंत्र का पांच माला का जाप करें। जाप के बाद पांचों नारियल शिवलिंग पर चढ़ा दें। ऐसा करने से विवाह के योग जल्द बनेंगे।
कुंडली के सातवें भाव में सूर्य और राहु के रहने पर 27 वें वर्ष से योग बनते हैं। वहीं, मंगल के रहने पर 28 वें वर्ष से शादी के योग बनते हैं। जबकि, शनि और केतु के रहने पर जातक की शादी 30 वर्ष के पश्चात होती है।
कुंडली के सातवें भाव में शुभ ग्रह के रहने पर खूबसूरत जीवनसाथी मिलता है। वहीं, अशुभ ग्रह के रहने पर जीवनसाथी गुस्से में तेज होता है।
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