Mahakal Bhasma Aarti कहते हैं यहां आने वाले श्रद्धालु श्रद्धा से जो भी मांगते हैं वो हर इच्छा भगवन पूरी करते है. – सनातन धर्म में शिव भक्तों की कमी नहीं है भगवान शिव को महादेव भी कहा जाता है। इन्हें त्रिकालदर्शी के नाम से भी जानते हैं। देशभर में शिव के 12 ज्योतिर्लिंग उपस्थित है जिनकी अलग अलग मान्यता भी है इन्हीं में से एक महाकाल मंदिर है जो कि उज्जैन नगरी में स्थित है।
Mahakal Bhasma Aarti कहते हैं यहां आने वाले श्रद्धालु श्रद्धा से जो भी मांगते हैं वो हर इच्छा भगवन पूरी करते है. – हर मंदिर में ईश्वर की एक या दो आरती की जाती है किन्तु क्या आप जानते हैं कि महाकालेश्वर आरती एक नहीं बल्कि छह हैं जिन्हें दिन में छह भिन्न समय पर किया जाता है। इन छह महाकालेश्वर आरतियों में से एक आरती भस्म आरती है जिसे हम महाकाल भस्म आरती के नाम से भी जानते हैं। यह भस्म आरती सुबह-सुबह महाकाल को जगाने के उद्देश्य से की जाती है।उस समय महाकाल जी को चिता की भस्म से नहलाया जाता है।यहां पर रोजाना भगवान शिव की भस्म आरती की जाती है
हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि भगवान महाकाल की श्रद्धा के साथ पूजा-अर्चना करने से भक्तों के कष्ट दूर होते हैं. भगवान महाकाल की रोजाना विशेष पूजा होती है. उन्हें सजाया जाता है और रोजाना ब्रह्म मुहूर्त में भगवान महाकाल की भस्म आरती होती है.
शास्त्रों के अनुसार आगे बताई जाने वाली 8 चीज़ों को शुद्ध व पावन माना जाता है। ये हैं वो 8 चीज़े जिसे मिलाकर बनाई जाती है भस्म 1- गाय के गोबर कंडे 2- बिल्व वृक्ष की लड़की 3- शमी की लड़की 4- पीपल की लड़की 5- पलाश की लकड़ी 6- बड़ (बरगद) की लकड़ी 7- अमलता की लकड़ी 8- बेर वृक्ष की लकड़ी।
महाकालेश्वर में महाशिवरात्रि के दिन विशेष पूजा अर्चना की जाती है. इस दिन पंडितों और पुरोहितो द्वारा पंचामृत के साथ फलों के रस और सुगंधित द्रव्यों से भगवान महाकाल का अभिषेक किया जाता है. निरंतर चलते अभिषेक में मंत्रों की ध्वनि से पूरा वातावरण चेतनायुक्त और शिवमय बन जाता है. हर हर महादेव, जय श्री महाकाल के उद्घोषों से गूंजता है.
देश और दुनिया की ताज़ा खबरें सबसे पहले techbugs पर Folllow us on Twitter and Join Google news , Our Youtube Channel for More