Shiv ji 11th avtaar जिनमें से हनुमान अवतार को श्रेष्ठ माना गया है. – भगवान शिव भक्तों की पूजा से जल्द प्रसन्न होने वाले देव हैं और हर युग में अपने भक्तों की रक्षा के लिए अवतार लिए हैं. भगवान शिव ने 12 रूद्र अवतार लिए है
Shiv ji 11th avtaar जिनमें से हनुमान अवतार को श्रेष्ठ माना गया है. – शिव का 11 वां रूद्र अवतार महावीर हनुमान को महाकाल शिव का 11वां रुद्रावतार माना गया है। उन्होंने अपना जीवन केवल अपने भगवान राम और माता सीता की सेवा के लिए समर्पित किया है। हिंदू मान्यता के अनुसार हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। इस दिन हनुमान जी के सभी मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रहती है। बजरंग बली के दर्शन और पूजा से ही लोगों की परेशानियां दूर हो जाती हैं।
शास्त्रों में कहा गया है कि भगवान शिव ने उसी समय अपना रुद्र अवतार लिया था. इसके पीछे जो वजह बताई जाती है उसमें उल्लेख है कि भगवान विष्णु से भगवान शिव को दास्य का वरदान प्राप्त हुआ था. हनुमान उनके 11वें रुद्र अवतार हैं. इस रूप में भगवान शिव ने राम की सेवा भी की और रावण के वध में उनकी मदद भी की थी.
अंजनी ने भगवान शिव की घोर तपस्या
पौराणिक कथा के अनुसार हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार माना जाता है, क्योंकि हनुमान की माता अंजनी ने भगवान शिव की घोर तपस्या की थी और उन्हें पुत्र रूप में प्राप्त करने का वरदान मांगा था, तब भगवान शिव ने पवन देव के रूप में अपनी प्रचंड शक्ति का एक अंश यज्ञ कुंड में अर्पित कर दिया था और वही शक्ति अंजनी के गर्भ में प्रविष्ट हो गई थी, तब चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को हनुमान जी का जन्म हुआ था।
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