Sree hanuman ji maharaj जिनमें 11वें रुद्र अवतार महावीर हनुमान माने गए हैं – वास्तव में शिव का अवतार हनुमान ही थे और यह भी सत्य है कि भगवान राम ही शिव के हनुमान अवतार का कारण बने थे। रामायण में बताया गया है कि एक बार भगवान शिव की भी इच्छा हुई कि पृथ्वीलोक चलकर भगवान राम के दर्शन किये जायें। उस समय भगवान राम जी की आयु लगभग 5 वर्ष के आसपास रही होगी। भगवान शिव के सामने समस्या यह थी कि वह अपने असली रूप में जा नहीं सकते थे। ऐसे में एक दिन शिव ने माता पार्वती से कहा- जानती हो पार्वती मेरे राम ने पृथ्वी पर जन्म लिया है और उनके दर्शन की सेवा का मन हुआ है। मेरी इच्छा है कि अब में यहां से चला जाऊ और जिस लोक में राम हैं वहीं मैं भी रहूं।अंजनी ने भगवान शिव की घोर तपस्या
Sree hanuman ji maharaj जिनमें 11वें रुद्र अवतार महावीर हनुमान माने गए हैं – भगवान भोलेनाथ के 12 रूद्र अवतार हैं. जिनके बारे में धर्म शास्त्रों में उल्लेख मिलता है. जिनमें 11वें रुद्र अवतार महावीर हनुमान माने गए हैं. वैसे तो शिव पुराण (Shiv Puran) में भगवान शिव के अनेक अवतार का वर्णन किया गया है. भगवान शिव ने हनुमान जी का अवतार क्यों लिया. देवाधिदेव के इस रहस्य को जानने के लिए ये प्रसंग पढ़ना होगा.
पौराणिक कथा के अनुसार हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार माना जाता है, क्योंकि हनुमान की माता अंजनी ने भगवान शिव की घोर तपस्या की थी और उन्हें पुत्र रूप में प्राप्त करने का वरदान मांगा था, तब भगवान शिव ने पवन देव के रूप में अपनी प्रचंड शक्ति का एक अंश यज्ञ कुंड में अर्पित कर दिया था और वही शक्ति अंजनी के गर्भ में प्रविष्ट हो गई थी, तब चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को हनुमान जी का जन्म हुआ था।
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