HomeindiaBharat ke Top Investor आज हम इन अमीर बिजनेसमैन की फेवरेट...

Bharat ke Top Investor आज हम इन अमीर बिजनेसमैन की फेवरेट कार के बारे में बताने जा रहे हैं

Bharat ke Top Investor आज हम इन अमीर बिजनेसमैन की फेवरेट कार के बारे में बताने जा रहे हैं – भारत के बसे अमीर लोगों में गौतम अदानी और मुकेश अंबानी के साथ ही रतन टाटा, आनंद महिंद्रा, अजीम प्रेमजी, शिव नादर, दिलीप सांधवी, एनआर नारायणमूर्ति, लक्ष्मी मित्तल और अदर पूनावाला जैसे लोग हैं। आज हम इन अमीर बिजनेसमैन की फेवरेट कार के बारे में बताने जा रहे हैं।

Bharat ke Top Investor आज हम इन अमीर बिजनेसमैन की फेवरेट कार के बारे में बताने जा रहे हैं

महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा महंगी और लग्जरी कारों के शौकीन नहीं हैं। आनंद अपनी कंपनी महिंद्रा की ही ज्यादातर कारें चढ़ते हैं और उनकी गैराज में नई महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन और एक्सयूवी700 के साथ ही थार समेत अन्य एसयूवी हैं।

राकेश झुनझुनवाला: राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) को शेयर बाजार (Stock Maket) में निवेश का 40 साल से ज्यादा का अनुभव है. वे जिस शेयर में डालते हैं, वो दौड़ने लगता है. निवेशक उनकी टिप्स को ऐसे फोलो करते हैं. झुनझुनवाला को भारतीय शेयर बाजार का वॉरेन बफे भी कहा जाता है. उन्होंने 18 साल की उम्र में ही शेयर बाजार में कदम रखा

फरवरी 2018 के आंकड़ों के मुताबिक राधाकिशन की कुल सपंत्ति 7 अरब डॉलर यानी करीब पांच खरब रुपए थी। राधा पेशे से निवेशक, स्टॉक ब्रोकर, ट्रेडर और Dmart के संस्थापक और प्रमोटर हैं। अपने सादे और हमेशा सफेद कपड़ पहनने की वजह से इन्हें ‘मिस्टर वाइट ऐंड वाइट’ के नाम से जाना जाता है। वह एक और खरबपति राकेश झुनझुनवाला के मेंटर भी हैं। राधा सार्वजनिक रूप से या किसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बहुत ही कम नज़र आते हैं। 21 मार्च 2017 को Avenue supermart1 (Dmart की पैरंट कंपनी) के स्टॉक की कीमत दोगुने से भी ज़्यादा बढ़ गई। यह 299 रुपए प्रति शेयर से 116% बढ़कर 648 रुपए प्रति शेयर हो गई थी

राजस्थान में पैदा हुए लक्ष्मी निवास मित्तल दुनिया में सबसे ज़्यादा स्टील बनाने वाली कंपनी आर्सेलर मित्तल के चेयरमैन और CEO हैं। इनके पिता मोहनलाल मित्तल भी स्टील का बिजनस करते थे। 1976 में जब भारत सरकार ने स्टील उत्पादन को नियंत्रित कर दिया, तो 26 साल के लक्ष्मी ने इंडोनेशिया में अपनी पहली स्टील फैक्ट्री खोली। अपना बिजनस बढ़ाने के सिलसिले में लक्ष्मी अपने भाइयों से अलग हो गए और 2006 में इन्होंने अपनी कंपनी को फ्रांस की आर्सेलर के साथ मर्ज कर दिया। मित्तल के पास इसका 38% मालिकाना हक है। फोर्ब्स 2018 के मुताबिक

 

आपके लिए  – भारत से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें

Must Read