Eyes Sight Protection समय रहते आंखें कमजोर होने पर चश्मा लगा लेंगे तो आंखें ज्यादा कमजोर होने से बच जाएंगे – आंखों की रोशनी कम हो जाना आजकल काफी आम बात हो गई है। छोटी-छोटी उम्र में बच्चों को नंबर के चश्मे लग जाते हैं। हर दिन Myopia और Hyperopia के केस बढ़ते जा रहे हैं। इसके अलावा भी आंखों से सम्बंधित बीमारियां जैसे कि ग्लूकोमा, कैटरेक्ट, मधुमेह संबंधी रेटिनोपैथी आदि आपके दुनिया को देखने के तरीके को प्रभावित कर सकते हैं। आंखों की रोशनी को बेहतर करने और उसे सुधारने के लिए काफी कुछ किया जा सकता है।
Eyes Sight Protection समय रहते आंखें कमजोर होने पर चश्मा लगा लेंगे तो आंखें ज्यादा कमजोर होने से बच जाएंगे – आँखों की सुरक्षा के लिए खान-पान, एक्सरसाइज आदि के साथ सही सनग्लासेस का होना भी बहुत जरूरी होता है। हम सनग्लासेस या धूप के चश्मों को अक्सर प्रोटेक्शन से अधिक फैशन और लुक्स के लिए इस्तेमाल में लाते हैं। इस बात से अनजान कि गलत सनग्लासेस का उपयोग आँखों की सेहत को अधिक नुकसान पहुंचा सकता है
चश्मा लगाकर लेटकर बुक्स ना पढ़ें
कई लोग चश्मा लगाकर लेटकर बुक्स पढ़ते हैं जो कि आंखों की सेहत के लिए सही नहीं होता. एक्सपर्ट का कहना है कि बुक्स पढ़ते समय आपको अपनी पीठ के बल लेटना नहीं चाहिए और बुक्स को आंखों से कम से कम 30 सेंटीमीटर दूर रखना चाहिए.साथ ही पढ़ते समय हर 30 मिनट में लगभग 5-10 मिनट का ब्रेक लें.
आंखों से पानी आना
जिन लोगों की आंखें कमजोर होती हैं, उन्हें एक समय पर आंख से पानी आने की समस्या होने लगती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक कमजोरी के कारण आंखों पर जोर पड़ने लगता है और ऐसे में उनसे पानी गिरने लगता है. ऐसी समस्या को रिफ्रैक्टिव एरर कहा जाता है, जिसके होने पर विशेषज्ञ की सलाह लेना बहुत जरूरी है. इस समस्या को दूर करने के लिए आपको चश्मा पहनना है और डॉक्टर से नियमित रूप से इलाज करनावा चाहिए.
आंवला: आंवला आंखों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. इसमें विटामिन सी की मात्रा होती है जो आंखों की रोशनी को बढ़ावा देती है. आंवला को रेगुलर खाने से आपकी आंखों की रोशनी बढ़ सकती है और चश्मे की जरूरत कम हो सकती है.